Posts

Showing posts from April, 2025

ग्रहण

Image
ग्रहण सूर्य ग्रहण  सबसे पहले भौगौलिक घटना सूर्यग्रहण को सरल भाषा में समझ लेते हैं। हम पृथ्वी पर रहते हैं और पृथ्वी, सूर्य की एक परिक्रमा लगभग 365 दिन (365 दिन, 05 घंटे, 48 मिनट और 45.51 सेकण्ड) में पूरी करती है। चंद्रमा पृथ्वी की परिक्रमा करता है और लगभग 27 दिन (27 दिन, 07 घंटे, 43 मिनट और 11.47 सेकण्ड) में एक परिक्रमा पूरी करता है। साथ ही पृथ्वी अपनी धुरी पर भी घूमती है और लगभग 24 घंटे (23 घण्टे, 56 मिनट और 4.09 सेकण्ड) में एक घूर्णन पूरी करती है। सूर्य प्रकाश का प्रत्यक्ष स्रोत है। अपनी धुरी पर घूमते समय पृथ्वी का जो भाग सूर्य के सम्मुख होता है, वह प्रकाशित होता है। ऐसे समय चन्द्र पृथ्वी की परिक्रमा करते करते जब पृथ्वी और सूर्य के मध्य आ जाता है तो चन्द्र की छाया पृथ्वी पर पड़ती है और सूर्य का पूर्ण प्रकाश पृथ्वी पर नहीं आ पाता। सूर्य, चन्द्र की छाया से ढका हुआ प्रतीत होता है। इसको ही सूर्य ग्रहण कहते हैं। अब प्रश्न उठता है कि यह घटना प्रत्येक अमावस्या को क्यों नहीं होती? इसका उत्तर है, चन्द्र के कक्षा-पथ का पृथ्वी के क्रांतिवृत्त से 5.2 अंश का झुकाव जिसके कारण अधिकांशतः चन्द्र, ...