नक्षत्र
नक्षत्र चन्द्रमा पृथ्वी का (27 -28 ) 27.3 दिन में काटता है और इस दौरान आकाश में अपना एक पथ बना बना लेता है. चंद्रमा प्रतिदिन एक नक्षत्र को पार करता हुआ प्रतिमास 27 प्रमुख सत्ताईस नक्षत्रों की यात्रा पूरी कर लेता है। खगोल में यह भ्रमणपथ इन्हीं तारों के बीच से होकर गया हुआ जान पड़ता है । इसी पथ में पड़नेवाले तारों के अलग अलग दल बाँधकर एक एक तारकपुंज का नाम नक्षत्र रखा गया है । इस रीति से सारा पथ इन 27 नक्षत्रों में विभक्त होकर ' नक्षत्र चक्र ' कहलाता है । पुराने समय में इस पथ को 27.3 बराबर भागों में तारों के नाम पर बांट दिया गया था. इस 27.3 तारों के समूह को हम नक्षत्र मंडल के नाम से जानते हैं व इनमें हर तारे को नक्षत्र संज्ञा दी गई है. नक्षत्रमंडल का एक और विभाजन भी है जो 12 भागों में किया गया है. इन्हें हम राशियां कहते हैं. यह हर राशी 2.25 नक्षत्रों के बराबर होती है. आकाश में तारा-समूह को नक्षत्र कहते हैं। साधारणतः यह चन्द्रमा के पथ से जुडे हैं , पर वा...